Rajasthan Electricity Bill Update: राजस्थान में कड़ाके की सर्दी का असर न केवल लोगों के दिनचर्या पर पड़ रहा है, बल्कि राज्य में बिजली की खपत पर भी इसका सीधा असर देखा जा रहा है। खासकर, सौर ऊर्जा के क्षेत्र में इस सर्दी के कारण बिजली उत्पादन में गिरावट आई है। धुंध और कोहरे की वजह से सूर्य की किरणें पूरी तरह से सौर पैनलों तक नहीं पहुँच पा रही हैं, जिसके कारण रूफटॉप सोलर प्लांट से बिजली उत्पादन में कमी आई है।
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सौर ऊर्जा उत्पादन में गिरावट
सर्दी और कोहरे के कारण सौर पैनलों की कार्यक्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। एक किलोवाट सोलर प्लांट से जहां सामान्य रूप से 4 यूनिट बिजली उत्पादन होता था, वहीं अब यह उत्पादन घटकर सिर्फ 2.5 से 3 यूनिट तक ही सीमित हो गया है। इस स्थिति के चलते, जो लोग सौर ऊर्जा पर निर्भर हैं, उन्हें अब अपने बिजली बिलों में वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है।
बिजली के बिलों में 10 प्रतिशत तक का इजाफा
सर्दी और कोहरे के कारण सौर ऊर्जा उत्पादन में गिरावट से बिजली की खपत बढ़ी है। ऐसे में बिजली के बिलों में 10 प्रतिशत तक की वृद्धि देखी जा सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि 25 जनवरी के बाद मौसम में सुधार होगा और धुंध व कोहरे में कमी आएगी। इससे सौर ऊर्जा उत्पादन में भी वृद्धि होगी, जिससे उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है।
8 हजार नए रूफटॉप प्लांट लगे
राज्य सरकार की पीएम सूर्य घर योजना के तहत हाल ही में उत्तर और दक्षिण सर्कल में करीब 8 हजार नए रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए गए हैं। इन नए प्लांट्स के जरिए अधिक से अधिक उपभोक्ता सौर ऊर्जा का उपयोग कर रहे हैं। हालांकि, सर्दी और कोहरे के कारण इन नए सोलर प्लांट्स से भी अपेक्षाकृत कम बिजली उत्पादन हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप इन उपभोक्ताओं को भी बढ़े हुए बिजली बिलों का सामना करना पड़ रहा है।
भविष्य में क्या होगा?
हालांकि, मौसम में जल्द ही बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि 25 जनवरी के बाद सूर्य का प्रभाव अधिक होगा और सर्दी, धुंध और कोहरे में भी कमी आएगी। इससे सौर ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि होगी और उपभोक्ताओं को बिजली बिलों में राहत मिल सकती है।
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निष्कर्ष
कड़ाके की सर्दी ने जहां एक ओर लोगों को मुश्किलों में डाला है, वहीं दूसरी ओर यह सौर ऊर्जा के उत्पादन को भी प्रभावित कर रहा है। हालांकि, आने वाले दिनों में मौसम में सुधार की उम्मीद है, जो सौर ऊर्जा उत्पादन में वृद्धि लाएगा और बिजली बिलों में कमी करेगा। इसके साथ ही, राजस्थान में बढ़ते रूफटॉप सोलर प्लांट्स के चलते सौर ऊर्जा का महत्व और बढ़ने की संभावना है, जो भविष्य में बिजली संकट को दूर करने में मदद कर सकता है।